आप सब कभी अपने लिए भी समय निकालें और अपनी पुरानी संकल्प-सूची (रेसोलुशन लिस्ट Resolution List) को निकाल कर देखें। कितने लक्ष्य लिखे थे पिछले वर्ष, कितने काम पुरे हुए और कितने अधूरे रह गए। अब भी समय है सजग हो कर या तो फिर से एक नई लम्बी सी लिस्ट बनाये जो दूसरों को दिखा कर या खुद बार -बार पढ़ कर खुश होते रहें या स्व:अवलोकन कर अपने आप को अपने हृदय से जोड़ें और एक नए आत्म-विश्वास के साथ केवल उन लक्ष्यों को अपने संकल्प -सूची में लिखें जो हमारे जीवन-लक्ष्य के साथ एकसार हो सकते है – तारतम्य बना कर, उन के साथ समायोजित हो सकते है।