प्रत्येक संगठन, या ब्रांड ज़्यादातर एक दृश्य छवि, एक लोगो (logo), एक स्लोगन या एक पंच लाइन द्वारा पहचान प्राप्त करते हैं जो उनकी विचारधारा, वैचारिक मूल्य प्रणाली या सोच की गहराई और गुणवत्ता का प्रतिनिधित्व और प्रतिबिंबित करता है।
हम भी अपने लिए या अपने व्यक्तित्व के लिए एक छवि या संरचना क्यों नहीं बनाते ??
प्रत्येक व्यक्ति अद्भुत अद्वितीय है और अपने एक विशिष्ट सार का प्रतिनिधित्व करता है, एक ऑरा (Aura) जो उसके वास्तविक स्वरूप, आन्तरिक गुणों और जीवन की विशेषताओं को दर्शाता है।
इस विचार ने मुझे बहुत सारी सार्थक अंतर्दृष्टि, मौलिक विचार प्रक्रिया और प्रेरणा दी और अंत में मुझे एक लोगो (logo) बनाने के लिए प्रेरित किया जो एक व्यक्ति के रूप को – शुद्ध रूप से ‘गोपी कृष्ण बाली‘ का प्रतिनिधित्व करता है, एक सर्कलएक्स संस्थापक, थॉट लीडर, एक लेखक, सामाजिक उद्यमी, एक आनन्दित कोच , मुख्य प्रसन्नता उत्प्रेरक के रूप में और ब्लिस मास्टर ट्रेनर के रूप में। वह शुद्ध ‘मैं’ रहित ‘होने ‘ का अनुभव है और यही मेरी संभावित संभावना है।
अगर इस सिंबल के पीछे छिपे विचार, भाव, मंशा और रहस्य को जानना है तो बने रहिये और फाई को समझने के लिए तैयार रहिये
आत्म-परिवर्तन का महत्वपूर्ण बिन्दू
मेरे ३५ वर्षों के पेशेवर काम और जीवन के दौरान, शुरुआत हुई आदित्य के लिए सामुदायिक सशक्तिकरण के उत्प्रेरक के रूप में – एक सामाजिक विकास संगठन जो दिल्ली एनसीआर की झुग्गियों में रहने वाले वंचित समुदाय के बच्चों के लिए नाजुक रूप से काम कर रहा है और इस अंतर को पाटने के लिए उनकी अनौपचारिक शिक्षा का समर्थन कर रहा है।
फिर जुड़ना हुआ विश्व के नंबर एक समाचार एवं मीडिया संगठन, Times of India जो युवाओं को, विशेष रूप से स्कूल छोड़ने वालों और निम्न आय वर्ग के परिवारों के युवाओं के रोजगार क्षमता कौशल को विकसित करने के लिए टीच इंडिया प्रोग्राम – एक सर्वोत्तम सीएसआर पहल के तहत मदद करते है। टीच इंडिया का लक्ष्य है वह युवा वर्ग जो हिंदी-माध्यम के स्कूल पास आउट / ड्रॉपआउट हैं जो अंशकालिक या दूरस्थ-शिक्षण प्रणाली के माध्यम से अपने परिवारों को आर्थिक रूप से समर्थन देने की कोशिश कर रहे हैं। इस में मेरा दायित्व वालंटियर प्रशिक्षण और पाठ्यक्रम सामग्री-विकास की देखभाल करना, जिसे मैंने नेशनल हैड के रूप में पुरे १० वर्ष तक किया।
मेरा प्रोफेशनल जीवन और कॉर्पोरेट वर्ल्ड के चूहा-बिल्ली दौड़ का प्रत्यक्ष अनुभव (वर्किंग एक्सपीरियंस), अपने साथ काम करने वाले सोशल डेवलपमेंट डोमेन समूह को प्रोजेक्ट लीड के रूप में काम करने की अंतिम अवधि का अनुभव अत्यंत शिक्षाप्रद और प्रभावशाली रहा – भारत के प्रीमियम तकनीकी संस्थान – भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान नई दिल्ली, AIA और भारत सरकार समर्थित परियोजना के साथ ज्ञान नेटवर्क को विकसित करना – उद्योग 4.0 और औद्योगिक स्वचालन प्रौद्योगिकी और प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करने वाली उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में नई तकनीकों का समावेश और मध्यम और छोटे बड़े उद्योग में इसके अनुप्रयोग; उपयोग के लिए प्रेरित करना। इस रोल से मुझे उन्हें समझने और जानने का अनोखा अनुभव मिला।
इस पूरे कार्यकाल में अनेकों प्रभावशाली व्यक्तित्वों से मिलना हुआ, उन से बहुत कुछ सीखा और अंतः एक बात सुनिश्चित हो गई की अगर आप की चेतना का स्तर ऊँचा है तो आप कमल पुष्प की तरह उस दल-दल से अछूते रहते हुए अपने जीवन लक्ष्य को पा सकते है और जुगाड़ – बाजी के माहिर मैनेजर्स, डायरेक्टर्स और सीईओ इत्यादि के दोहरेपन भरी नीतियों को नजरअंदाज करते हुए अपने व्यक्तित्व का आत्म-विकास कर सकते है ।
फिर भी उन सब का तहे दिल से धन्यवाद जिन्होंने मुझें समझा, अपनाया, प्रोत्साहित किया और मुझे इस मुकाम पर पहुँचने में मदद की, प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष 🙂