आज के इस आधुनिक दुनियाँ में हमारी पहचान और हमारा रूतबा क्या है इस का मापदण्ड है कि हम ने क्या धारण किया हुआ है। जी हाँ ! ज्यादातर लोग व्यक्ति की पोशाक, उस का पहनावा, जूते चप्पल और आधुनिक फैशन की एक्सेसरीज इत्यादि देख कर यह अनुमान लगते है की वह व्यक्ति किस स्तर का जीवन जी रहा है।
हद तो तब पार हो जाती है जब आप ने कौन – कौन से ब्रांड के कपड़े, या चीजें, क्या वह देशी है या विदेशी और आप वह सब पहन कर (धारण कर) कौन से कर से उतर रहें है, उस की कीमत क्या है, सेल्फ-ड्रिवेन या ड्राइवर-युक्त, इन सब बातों से भी आप के व्यक्तित्व के मूल्यांकन किया। यह है आधुनिक समाज की जीवन शैली और आधुनिक दुनियाँ की धारणाएँ। आप को क्या लगता है ? क्या यह मूल्यांकन, या यह कसौटी आप के वव्यक्तित्व तरह से दर्शाती है?
चलिए इसे छोड़िये, यह तो बात हुई अन्य लोगों की मानसिक स्थिति या सामाजिक धारणाओं की और उस पर आश्रित या आधारित जीवन की – पर सब से ज्यादा और महत्वपूर्ण है वह धारणाएँ जो आप के जीवन को संचालित करती हैं – आप की स्व:धारणा (Self-Belief) जी हाँ! यह ही आप की बाहरी सफलता और आप के वास्तविक जीवन के स्वरुप को प्रभावशाली बनाने का सर्व शक्तिमान तत्व है।
आम लोगों की धारणाएँ – या अवधारणाएँ तो क्षणिक असर डालती है और उन की सोच या कर्म को ज्यादा प्रभावित करती हैं पर आप की अपने प्रति धारणा – चाहे वो प्रकट हो या अप्रकट , आप को उस का पता हो या आप अनभिज्ञ हों – आप की सोच निर्धारित करती है कि आप जो लक्ष्य या वस्तु प्राप्त करना चाहतें है वह आप हासिल कर पाएंगे या नहीं। आप की स्व:धारणा (Self-Belief) बहुत प्रभावशाली तत्व आप के व्यक्तित्व का, जो सीधे असर करता है आप की उन्नति पर, आप की सफलता की ऊँचाइयों पर, आओर आप के आनन्द की गहराईओं पर।
“एक छोटा सा बदलाव आप की सोच में, आप के सोचने के तरीक़े में, आप की मानसिकता में – बहुत बड़ा और मह्त्वपूर्ण ला सकता है आप के जीवन की दिशा और दशा में।
“A retailer is a business that presents a selection of goods and offers to trade them to customer for money or other goods.”
क्या लगता है
“Shoppers’ shopping experiences may vary, based on a variety of factors including how the customer is treated.”