समृद्धि संकल्प | प्रयास | अभ्यास | विश्वास द्वारा आनन्द अनुभव

एक बहुत बड़े राज्य के समृद्ध राजा का अत्यंत बलशाली और विशाल हाथी था। एक दिन वह हाथी पास की एक नदी में स्नान करके अपने शाही हाथियों के झुंड के साथ खुशी से महल की ओर चल रहा था। बीच रास्ते में हाथी को एक मैला – धूल से लथपथ सुअर अपनी ओर आता हुआ दिखाई देता है। सुअर हमेशा की तरह गंदे – कीचड़ भरे पानी में आराम से डुबकी लगाकर आ रहा था। वह कीचड़ से पूरा सना हुआ था और उसे पूरे रास्ते बिखेर भी रहा था। उसे इसी बात से बहुत मज़ा मिल रहा था।

करीब आने पर, सुअर ने हाथी को अपने रास्ते से हटते हुए देखता है जिससे सुअर आसानी से निकल जाता है। वहाँ से निकलते हुए, साथ में चलते हुए, सुअर अपने साथियों को हाथी पर डरने का आरोप लगाते हुए और डर कर रास्ता देने की व्यंगपूर्ण टिपण्णी करते हुए हाथी का मज़ाक उड़ाता है। उसे नीचा दिखाने का प्रयास करता है। इतना ही नहीं वह अपने साथियों और पास में खड़े अन्य जानवरों को भी उकसाता है और वे सभी हाथी पर खूब हंसते हैं।

यह देखकर झुण्ड में से कुछ हाथी आश्चर्य से अपने मित्र से पूछते हैं, “क्या तुम सच में उस सुअर से डरते हो?” तुम उस के सामने अड़े क्यों नहीं -उस से लड़ें क्योँ नहीं? क्यों हार मान कर हट गए।

जिस पर हाथी जवाब देता है, “नहीं। मैं चाहता तो सुअर को एक तरफ धकेल सकता था, पैरों से कुचल सकता था लेकिन सुअर मैला था और उस का गन्दा कीचड़ मुझ पर और सब पर भी छलक जाता। मैं इससे बचना चाहता था, इसलिए मैंने एक तरफ कदम बढ़ाया और उसे रास्ता दे दिया – बिना रोक-टोक जाने दिया।”

उस का स्वभाव गन्दा रहना, लड़ना, उकसाना और सब को नीचा दिखा कर – मज़ाक करना है। मेरा स्वभाव अपनी चेतना को बढ़ा कर आनन्द को पाना है इसलिए जिस को आप हारना या हार मानना कहते है यह मेरा सोचा-समझा मेरे स्व:भाव के अनुकूल मेरा व्यवहार था और यही मेरी जीत है।

कहानी से समझ:

इस कहानी में मिट्टी से सना हुआ – दुर्गन्ध से भरा हुआ जानवर नकारात्मक ऊर्जा का एक रूप है। जब आप नकारात्मक ऊर्जा के साथ या उस के स्त्रोत के साथ व्यवहार करते हैं, उस का आमना सामना करते है तो आप अपने केंद्र-स्थान (स्व:भाव) को उस ऊर्जा के प्रभाव से अनुकूल या प्रतिकूल रूप से प्रभावित होने देते हैं। जीवन जीने का आनन्दित और विकसित तरीका यह है कि इस तरह के छोटे-छोटे विकर्षणों को, असहज परिस्तिथियों पर ध्यान देना छोड़ दें और अपनी सारी ऊर्जा उन चीजों पर केंद्रित करें जो आपके लिए सही मायने रखती हैं। नकारात्मक लोगों से टकराव या लड़ाई या उन की नकारात्मकता (नेगेटिविटी negativity) आपके अंदर की सकारात्मकता (पाजिटिविटी positivity) को कम कर देती है।

भले ही राजा के हाथी ने क्रोध महसूस किया होगा, अपमानजनक स्तिथि का सामना किया होगा लेकिन उसने अपने क्रोध को एक रिएक्शन (स्वचालित भावनात्मक प्रतिक्रिया) नहीं होने दिया। इसके बजाय उसने जमीनी हकीकत का सावधानीपूर्वक अवलोकन करने, स्थिति का आंकलन करने और फिर अपने स्व:भाव के उपयुक्त प्रतिक्रिया को महत्व देने के बाद एक संतुलित प्रतिक्रिया दी – उस तुच्छ जानवर को जाने देने के लिए रास्ता दे कर।

एक बार जब आप सकारात्मक ऊर्जा बैंडविड्थ (Positive Energy bandwidth) – जिस को समझ पाना निरंतर आत्म-जागरूक प्रयासों द्वारा तब संभव है जब आप चेतना की उच्च स्थिति में, अपने स्व: के अनुभव में रहना शुरू करते हैं, तो आप अब छोटे और तुच्छ विचारों या नकारात्मक चीजों से, उन के प्रभाव से विचलित नहीं होते हैं। आप तब सभी बाहरी उत्तेजनाओं पर तुरंत प्रतिक्रिया नहीं देते हैं। आपको इस बात की गहरी समझ होती है – स्व:अनुभव द्वारा विश्वास होता है कि क्या और कौन सी वस्तु , परिस्थिति या क्रिया-प्रतिक्रिया आपकी आनंद अवस्था को मजबूत करती है और क्या नहीं।

अपनी बहुमूल्य जीवन – ऊर्जा (चेतना) को किसी ऐसे व्यक्ति के साथ बहस करने/लड़ने में खर्च करना जो अहंकार से प्रेरित है, कभी भी आपकी आनंद-अवस्था को मजबूत नहीं करेगा। यह सिर्फ आप को जीत-हार के मानसिक – सामाजिक विषैले कुचक्र की ओर ले जाता है और जिसका अंतिम परिणाम यह होता है कि आप अपना बहुमूल्य समय और सकारात्मक ऊर्जा को व्यर्थ ही लुटा देते है – खो देते हैं।

इसके बजाय, बेहतर होगा कि आप अपना सारा ध्यान केवल उन लोगों पर, उन विचारों पर या वस्तुओं पर केंद्रित करें जो आनंद को बढ़ाने में, स्थिर करने में सहायता करती हैं जो आप के लिए, आप के जीवन-लक्ष्य के लिए मायने रखते हैं, और अपना ध्यान उन सब से विकेंद्रित करें – हटा दे या उन विचारों / चीजों को त्याग दें जिनका कम या कोई महत्व नहीं है आपके जीवन – लक्ष्य को पूरा करने के लिए।

गोपीकृष्ण बाली
आनन्दित जीवन के लिए प्रयास | अभ्यास | विश्वास

एक नया दृष्टिकोण | Ardh;Viram अर्द्ध;विराम
जब हमारी सोच बदलेगी, हमारा नज़रिया बदलेगा
तब हमारी ज़िन्दगी की दिशा और दशा बदलेगी।

गोपीकृष्ण बाली | आनन्दित जीवन के लिए प्रयास | अभ्यास | विश्वास

Starting the Ardh;Viram Podcast on 22.02.2022
Listen it here https://anchor.fm/gopikrishan

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The Source (Founder - CEO)
CircleX.in | Centre of Excellence for
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